दुगली, छत्तीसगढ़।
पुलिस अधीक्षक श्री सूरज सिंह परिहार द्वारा थाना दुगली का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होंने थाना परिसर की संपूर्ण व्यवस्थाओं की समीक्षा कर कई दिशा-निर्देश जारी किए। निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य थाना स्तर पर लंबित मामलों की प्रगति का मूल्यांकन एवं पुलिसिंग को प्रभावशाली बनाना था।
निरीक्षण के दौरान पुलिस अधीक्षक महोदय ने थाना भवन, परिसर, मालखाना, बंदीगृह, कंप्यूटर कक्ष, रोजनामचा एवं विभिन्न रजिस्टरों का निरीक्षण किया और साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए। साथ ही फरियादियों एवं शिकायतकर्ताओं से शिष्ट व्यवहार बनाए रखने की सख्त हिदायत दी गई।
विशेष रूप से, एक कर्मचारी द्वारा गिरफ्तारी वारंट की अदम तामिल की तस्दीक न किए जाने पर थाना प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए भविष्य में ऐसी चूक न हो, इस बाबत सख्त निर्देश भी दिए गए।
निरीक्षण के दौरान थाने में दर्ज गंभीर अपराधों, लंबित शिकायतों, मर्ग एवं प्रकरणों की स्थिति का अवलोकन किया गया। पुलिस अधीक्षक महोदय ने प्रत्येक विवेचक से यह जानकारी ली कि उनके पास कौन-कौन से प्रकरण लंबित हैं तथा उनकी संख्या कितनी है। सभी लंबित मामलों के शीघ्र एवं प्रभावी निराकरण के निर्देश दिए गए।
इसके अतिरिक्त, केस डायरी के नियमित अध्ययन, अपराध नियंत्रण के लिए पुलिस टीम को सतर्क रहने, और गश्त को मजबूत करने के लिए भी स्पष्ट निर्देश जारी किए गए। अपराधों की रोकथाम के लिए अपराधियों पर अधिक से अधिक प्रतिबंधात्मक कार्यवाही करने की बात कही गई।
थाना दुगली के रोजनामचा, मालखाना, कंप्यूटर कक्ष, अपराधियों की सूची, फरार आरोपियों से संबंधित विवरण, और अपराध जांच से जुड़े दस्तावेजों का भी गहन अवलोकन किया गया।
थाना क्षेत्र में बेसिक पुलिसिंग को मजबूत करने और बीट सिस्टम के प्रभावी संचालन के जरिए क्षेत्र में हो रहे जुआ, सट्टा, अवैध शराब, गांजा एवं अन्य अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाने के भी निर्देश पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए।
इस अवसर पर थाना प्रभारी दुगली सहित समस्त थाना स्टाफ उपस्थित रहे।
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