स्थान: नगरी, धमतरी | तारीख: 21 मई 2025
May 21, 2025 By : wccsnews24.com
छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के छोटे से नगर नगरी से ताल्लुक रखने वाले अतुल गोलछा ने इंडियन फॉरेस्ट सर्विस (IFS) परीक्षा 2024 में अखिल भारतीय स्तर पर 27वां रैंक प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रौशन किया है। यह सफलता सिर्फ एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि पूरे राज्य के लिए गौरव का विषय है।
अतुल की इस असाधारण सफलता ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि संकल्प, मेहनत और लगन से कोई भी बाधा पार की जा सकती है, चाहे वह संसाधनों की कमी हो या ग्रामीण परिवेश की चुनौतियाँ।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
अतुल गोलछा का जन्म नगरी क्षेत्र के एक सामान्य परिवार में हुआ। उनकी प्रारंभिक शिक्षा नगरी के शासकीय विद्यालय में हुई, जहाँ से उन्होंने हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी की पढ़ाई पूरी की। बचपन से ही उन्हें प्रकृति, वन्यजीवों और पर्यावरण के प्रति गहरा लगाव था। यही झुकाव उन्हें आगे चलकर फॉरेस्ट सर्विस की ओर ले गया।
अतुल ने स्नातक की पढ़ाई रायपुर के विज्ञान महाविद्यालय से की, जहाँ उन्होंने वनस्पति विज्ञान (Botany) विषय में गहरी रुचि दिखाई। स्नातक के बाद उन्होंने UPSC की तैयारी करने का निश्चय किया और दिल्ली जाकर कोचिंग ली।
IFS परीक्षा की तैयारी
IFS परीक्षा UPSC द्वारा आयोजित की जाती है और यह देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक है। यह परीक्षा न केवल कठिन होती है बल्कि इसमें चयन की प्रक्रिया भी अत्यंत चुनौतीपूर्ण होती है। अतुल ने इस परीक्षा की तैयारी को बेहद सुनियोजित ढंग से किया।
- उन्होंने अपनी वैकल्पिक विषय के रूप में वनस्पति विज्ञान (Botany) को चुना।
- नियमित अध्ययन के साथ-साथ उन्होंने मॉडल टेस्ट, मॉक इंटरव्यू और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों का अध्ययन किया।
- वह सोशल मीडिया और मोबाइल से दूरी बनाकर पूरी तरह से पढ़ाई में लगे रहे।
उन्होंने प्रतिदिन लगभग 8 से 10 घंटे पढ़ाई की और हर विषय को समान महत्व दिया। उनके अनुसार, सफलता के लिए ‘निरंतरता’ और ‘आत्मविश्वास’ सबसे महत्वपूर्ण तत्व हैं।
परिवार और समाज की भूमिका
अतुल की सफलता में उनके परिवार की भी अहम भूमिका रही। उनके माता-पिता ने हमेशा उन्हें प्रेरित किया और कठिन समय में उनका मनोबल बनाए रखा। उनके पिता एक शिक्षक हैं और माँ गृहिणी हैं, जो अतुल की पढ़ाई के लिए हर संभव सहायता करती रहीं।
स्थानीय समाज और विद्यालय के शिक्षकों ने भी अतुल को हमेशा प्रोत्साहित किया। अतुल खुद मानते हैं कि यदि उन्हें समाज का सहयोग न मिलता, तो वह इस मुकाम तक नहीं पहुँच पाते।
आगे की योजनाएँ और प्रेरणा
अतुल अब इंडियन फॉरेस्ट सर्विस के तहत भारतीय वन सेवा अधिकारी के रूप में देश की सेवा करेंगे। उनका सपना है कि वह पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीवों की रक्षा के लिए ठोस कार्य करें, विशेषकर छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में, जहाँ जैव विविधता अत्यधिक है।
वह युवाओं को संदेश देते हैं: “अगर आप किसी लक्ष्य को सच्चे दिल से चाहते हैं, तो मेहनत और समर्पण से कुछ भी संभव है। हार से घबराएँ नहीं, बल्कि उससे सीखें और आगे बढ़ें।”
स्थानीय प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की शुभकामनाएँ
धमतरी जिले के कलेक्टर, विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों ने अतुल को बधाई दी है। जिला प्रशासन ने भी उनके सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की है। सोशल मीडिया पर भी अतुल को बधाई देने वालों की भरमार है।
लेखक: स्थानीय संवाददाता, धमतरी
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